मैन्युफैक्चरिंग में हो रहा है तेजी से सुधार, मेड इन इंडिया इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड ईवीएम इंडिया लॉन्च करने जा रहा है प्रीमियम प्रोडक्ट्स
ईवीएम इंडिया भारत की लीडिंग कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी और मोबाइल एसेसरीज कंपनी है. इस कंपनी की स्थापना साल 13 साल पहले 2008 में हुई थी. इस कंपनी की स्थापना का एकमात्र मकसद था कि लोगों को सस्ती दरों पर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी उपलब्ध करवाई जाए. ईवीएम इंडिया पूरी तरह से मेड इन इंडिया कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड है. यह अपने कस्टमर को वैल्यु फॉर मनी प्रोडक्ट उपलब्ध करवाता है. अभी तक इसका कारोबार मुख्य रूप से बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) आधारित है. इस सेगमेंट में यह बड़ा और प्रतिष्ठित ब्रांड है जिसका डिस्ट्रीब्यूशन चैनल काफी मजबूत है. पूरे देश में इस कंपनी के 500 से ज्यादा सर्विस सेंटर हैं. कोरोना महामारी के दौरान इस कंपनी के प्रदर्शन पर भी असर हुआ. कंपनी के सीईओ विशाल हुंडिया ने कंपनी के फ्यूचर प्रोग्राम के बारे में बातचीत की और बताया कि कैसे इसका बिजनेस बढ़ाया जाएगा.
कोविड के बीच बिजनेस में आया है सुधार
कंपनी के सीईओ विशाल हुंडिया ने बताया कि कोरोना काल कंपनी के लिए काफी बुरा रहा. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के इतिहास में साल 2020 बहुत बुरा रहा. आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध के कारण मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के प्रोडक्शन पर काफी बुरा असर हुआ. ऐसा कोई सेक्टर नहीं है जिसपर इस महामारी का असर नहीं हुआ हो, लेकिन हर सेक्टर के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर सबसे गंभीर असर देखा गया. हालांकि, 2021 इस सेक्टर और पूरी इकोनॉमी के लिए सबेरा की तरह रहा. पिछले साल मैन्युफैक्चरिंग में उछाल दर्ज किया गया. डिमांड में तेजी के कारण प्रोडक्शन में भी उछाल आया. नवंबर से डिमांड और प्रोडक्शन दोनों में तेजी देखी जा रही है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 100 का रेवेन्यू पार किया है. कंपनी का मैन्युफैक्चरिंग यूएसबी ड्राइव, एसएसडी, टेलीकॉम सेगमेंट में है.
200 करोड़ के रेवेन्यू का लक्ष्य
विशाल हुंडिया ने कहा कि हमने क्वॉलिटी में सुधार के लिए 5 करोड़ के फ्रेश इन्वेस्टमेंट का ऐलान किया है. इसके अलावा नए प्रोडक्ट्स भी लॉन्च किए गए हैं. वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 200 करोड़ के रेवेन्यू का लक्ष्य रखा है. कंपनी की योजना स्मार्ट वियरेबल्स में एंट्री की भी है. इसमें फिटनेस बैंड और स्मार्टवॉच शामिल होंगे. चालू वित्त वर्ष में हमने 100 से ज्यादा नए प्रोडक्ट्स शामिल किए हैं. इसके अलावा कंपनी ने रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर भी खर्च करने का प्लान बनाया है. इसकी मदद से कंपनी प्रीमियम क्वॉलिटी प्रोडक्ट बनाएगी. इस प्रोडक्ट के लिए भी टार्गेट मार्केट इंडियन कंज्यूमर ही होंगे.
प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाने की तैयारी
कंपनी अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार चाहती है. इसके लिए हम कई नए प्रोडक्ट को लॉन्च करने की तैयारी में हैं. कंपनी की योजना आईटी और टेलीकॉम सेगमेंट में अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के विस्तार की है. इसके लिए आने वाले दिनों में अलग-अलग कैटिगरीज के अंतर्गत एडवांस प्रोडक्ट लॉन्च किए जाएंगे. इसमें एसएसडी, गेमिंग मॉड्यूल, सर्वर मॉड्यूल, ब्लूटूथ स्पीकर, टीडब्ल्यूएस ऑडियो प्रोडक्ट, जीएएन चार्जर और केबल्स एंड चार्जर शामिल हैं.
भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहती है सरकार
सरकार भी भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के बारे में सोच रही है. इसके लिए तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट का लक्ष्य 400 बिलियन डॉलर रखा है. ऐसे में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के कामकाज में तेजी लानी होगी. अगर इस लक्ष्य को हासिल करने है तो सरकार और इंडस्ट्रीज के बीच सिनर्जी बहुत जरूरी है. भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने और इस सेक्टर को बूस्ट देने के लिए उत्पाद शुल्क में भी कटौती की गई है. हाल के दिनों में कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और व्हीकल्स पर उत्पाद शुल्क में कटौती की गई है.